Skip to main content

Featured Post

Hindi Poem || Love Proposal || स्वीकार यदि लेती मुझे || KaviKumar Sumit || Poem In Hindi

Motivational Poem | आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं | KaviKumar Sumit





मैं पांचवे सेमेस्टर में था एक दिन एक विषय के प्राध्यापक कक्षा में आए और विषय संबंधी कुछ प्रश्न करने लगे, लेकिन उनका संतोषजनक उत्तर कोई नहीं दे सका। उन्होनें हम सलाह दी कम से कम एक घंटे अध्ययन हेतु निकालो, यह सब देखकर मुझे बड़ी ग्लानि हुई और सहसा होंठो पर एक पंक्ति आई ' आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं ' । सभी घटनाओं को एकत्र करके मैंने इसे एक कविता के रूप में रचित किया । जो कुछ इस प्रकार है -

क्या मुश्किल है पढ़ने में,
ख़ुद की जंग को लड़ने में,
शब्दों की सीढ़ी चढ़ते हैं,
आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं।

नहीं अखाड़ा नहीं अस्त्र है,
पहलवान न कोई शस्त्र है,
अक्षर उन्नति के लिखे गए बस,
मन ही मन, मन को गढ़ते हैं,
आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं..

सारा जीवन एक खेल है,
साथी संगी और मेल है,
रह ना जाएं पीछे उनसे,
छोटे ही क़दमों से बढ़ते हैं।
आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं...

फूल बहुत हैं दुनिया में,
पर कोरें भी हैं गुनिया में,
स्वर्ग बना लें खुद का जीवन,
फिर पारियों संग उड़ते हैं।
आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं...

कभी कभी शक हो जाता है,
मन जब तन में खो जाता है,
गुरु की गुरूता सर पर रखकर,
अब स्वाभिमान से लड़ते हैं।
आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं...

आओ थोड़ा सा पढ़ते हैं ।

© KaviKumar Sumit

Background music : No copyright or royalty free music
No profit educational video only to make awareness to the people

Special thanks to all 
#motivational #latestVideo2020